हिन्दी साहित्य से - रिपोर्ताज और रेखाचित्र

🙏🎯 हिन्दी साहित्य में "रेखाचित्र व रिपोर्ताज" से :- "By- RHH" 🎯🙏

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1- बेनीपुरीजी द्वारा रचित *मील के पत्थर* में साहित्यकारों के रेखाचित्र हैं।

2- रामवृक्ष बेनीपुरी कृत *गेहूँ और गुलाब" के अधिकांश   रेखाचित्र *प्रतीकात्मक* हैं, जैसे-- "गेहूँ और गुलाब, चरवाहा, मीरा नाची रे, घासवाली आदि।

3- "लालतारा" *रामवृक्ष बेनीपुरीजी* का *बौद्धिकता प्रधान रेखाचित्र संग्रह* है इसमें "हलवाहा, हसियाँ और हथौड़ा, कुदाल, डुगडुगी, जिन्दाबाद, रेलगाड़ी आदि का रेखांकन किया गया है।

4- रामवृक्ष बेनीपुरी कृत *माटी की मूरतें* में 'रजिया, बलदेव सिंह, सरजू भइया, भउजी, बैजूमामा, बुधिया, मंगर, रूपा की आजी, बालगोबिन भगत" आदि ग्रामीण परिचितों के रेखाचित्र हैं।

5- "स्मारिका" मे *महादेवी महादेवी*  के *चार* शब्दचित्र है, जो राजनीतिक क्षेत्र के महापुरुषों से सम्बंधित है। *पूर्णस्मरण* नाम से गाँधीजी,  संत राजर्षि (पुरुषोंत्तमदास टंडन), *जवाहर भाई* और *राजेन्द्र बाबू* (डाॅ• राजेन्द्र प्रसाद) शीर्षक से रेखांकित किया है 
  
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1- महादेवी वर्मा कृत "स्मृति की रेखाएँ" तथा "मेरा परिवार" में *सात-सात* रेखाचित्र संकलित हैं।

2- "मेरा परिवार" में महादेवी वर्मा के *सात* रेखाचित्र हैं :- नीलकंठ, गिल्लू, सोना, दुर्मुख, गौरा, नीलू, 'निक्की रोजी और रानी' *पशु-पक्षियों के जीवन* से सम्बंधित है।

3- "पथ के साथी" में *महादेवी वर्मा* ने अपने समकालीन साहित्यकारों के रेखाचित्र प्रस्तुत किए हैं, इसमें *सबसे पहले रवीन्द्र ठाकुर* को प्रणाम किया है फिर मैथिलीशरण गुप्त,  सुभद्राकुमारी चौहान, 'निराला', प्रसाद, पंत और सियारामशरण गुप्त को रेखांकित किया है।

4- *महादेवी वर्मा* कृत "स्मृति की रेखाएँ" में *सात* रेखाचित्र है:- 1-भक्तिजन,  2- चीनी फेरीवाला,   3-जंगबहादुर,  4-मुन्नू,  5- ठकुरीबाबा,  6- बिबिया,   7- गुंगिया ।

5- महादेवी वर्मा कृत "अतीत के चलचित्र" में *ग्यारह* तथा "स्मृति की रेखाएँ" में *सात* रेखाचित्र संकलित हैं।

6- महादेवी वर्मा कृत "अतीत के चलचित्र" में *ग्यारह* रेखाचित्र है:- 
1- रामा,  2-भाभी,  3-बिन्दा, 4-सबिया,  5- बिट्टो, 6- बालिका माँ, 7-घीसाँ,  8- अभागी माँ,  9- अलोपी,  10- बबलू तथा  11-लक्ष्मी ।

7- श्रीराम शर्मा कृत *प्राणों का सौदा* तथा *जंगल के जीव* रेखाचित्र (संग्रह) में प्रकृति, शिकार तथा जंगली जीवों, जैसे- "काला हिरन, घड़ियाल, शेर, हाथी,सियार" आदि का सजीव मनमोहक चित्रण किया गया है।

8- *श्रीराम शर्मा* कृत *बोलती प्रतिमा* रेखाचित्र संग्रह  में "ठाकुर की आन, वसीयत, रतना की अम्मा, चंदा" आदि  अत्यंत रोचक रेखाचित्रों संकलित है।

9- बनारसीदास चतुर्वेदी का *पहला रेखाचित्र* "औरंगजेब" सन् 1919 ईं में प्रकाशित हुआ।

10- प्रभाकर जब पाताल गए- *प्रभाकर माचवें*,     
मैं छोटा नागपुर में हूँ- *कामताप्रसाद सिंह* ,    
युद्धयात्रा- *धर्मवीर भारती* ,    
प्लाट का मोर्चा- *शमशेर बहादुर सिंह*  तथा 
कागज की किश्तियाँ- *लक्ष्मीचंद्र जैन* कृत रिपोर्ताज हैं।

11- *रामनारायण उपाध्याय* ने व्यंग्यात्मक शैली में "गरीब और अमीर पुस्तकें" नामक रिपोर्ताज की रचना की।

12- *प्रकाशचंद्र गुप्त* द्वारा रचित रिपोर्ताज हैं:- स्वराज्य भवन,  अल्मोड़े का बाजार, बंगाल का अकाल।
🙏🤔 कागज़ की किश्तियाँ- लक्ष्मीचंद्र जैन कृत ।

13- 'विशाल भारत' में *रांगेयराघव* के रिपोर्ताज *अदम्य जीवन* शीर्षक से प्रकाशित होतें थे ।

14- *हंस* पत्रिका में *समाचार और विचार* तथा *अपना देश* स्तम्भों के अन्तर्गत विभिन्न लेखकों के रिपोर्ताज प्रकाशित होते रहे ।

 15- रिपोर्ताज के प्रचार- प्रसार में *हंस* पत्रिका का सर्वाधिक योगदान रहा है। इसी पत्रिका में *शिवदान सिंह चौहान* ने *मौत के खिलाफ जिन्दगी की लड़ाई* शीर्षक से रिपोर्ताज लिखा था जिसमें स्वतंत्रता पूर्व देश की स्थिति का विवरण है।
           
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1- कुछ शब्द कुछ रेखाएँ:- *विष्णु प्रभाकर* कृत रेखाचित्र है।

2- *कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'* कृत रेखाचित्र है:- भूले हुए चेहरे, जिन्दगी मुसकराई (1953ईं), माटी हो गई सोना, दीप जले शंख बजे (1959 ईं), बाजे पायलिया के घुँघरू, क्षण बोले कण मुसकाए।
🙏🙏 स्मृतिकण- *सेठ गोविन्ददास* कृत  ।

3- "रेखाएं बोल उठीं" (1949ईं) रेखाचित्र के रचयिता  ( *देवेन्द्र सत्यार्थी*) का अन्य रेखाचित्र है:- क्या गोरी क्या साँवली। 

4- *रामवृक्ष बेनीपुरी* कृत रेखाचित्र है:- लालतारा (1938 ईं), माटी की मूरतें (1946 ईं), गेहूं और गुलाब (1950ईं), मील के पत्थर (1957 ईं)
🙏🤔 मेरे हृदयदेव (1965 ईं)- *हरिभाऊ उपाध्याय* कृत है।

5- *श्रीराम शर्मा* कृत रेखाचित्र है:- बोलती प्रतिमा (1937 ईं), प्राणों का सौदा (1939 ईं), जंगल के जीव (1949ईं), वे जीते  कैसे हैं?(1957 ईं)
🙏🤔 *पाँच गदहे*- रांगेय राघव कृत रेखाचित्र है।

6- *श्रीराम शर्मा* ने जंगल के जीवन को आधार बनाकर *बोलती प्रतिमा, प्राणों का सौदा, कैसे जीते है* आदि रेखाचित्र लिखें।

7- हिन्दी साहित्य का प्रथम रेखाचित्र *पद्मसिंह* कृत *पद्मपराग* को माना जाता हैं। 

8- जब कोई लेखक किसी व्यक्ति का वर्णन शब्दों के माध्यम से करता है तो हिन्दी साहित्य में ,उसे  *रेखाचित्र* कहते है।
🙏👉 *रेखाचित्र* किसी व्यक्ति अथवा घटना का *शब्द चित्र* होता है। 
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1- युद्धयात्रा (1972 ईं में)- *धर्मवीर भारती* कृत रिपोर्ताज हैं।

2- स्वराज्य भवन- *प्रकाशचंद्र गुप्त* कृत तथा 
ऋण-जल धन-जल (1977)- *फणीश्वरनाथ रेणु* कृत रिपोर्ताज हैं।

3- देश की मिट्टी बुलाती है- *भदंत आनंद कौसल्यायन* कृत रिपोर्ताज हैं।

4- बंगाल के दुर्भिक्ष तथा महामारी पर *रांगेय राघव* ने *विशाल भारत* के लिए रिपोर्ताज लिखें जो 1946 ईं में *तूफानों के बीच* शीर्षक से प्रकाशित हुए।

5- हिन्दी में रिपोर्ताज लेखन की परम्परा *शिवदान सिंह चौहान* कृत *लक्ष्मीपुरा* से मानीं जाती है, जो *दिसम्बर, 1938* में *रूपाभ* प्रकाशित हुआ है।

6- गद्य साहित्य वह विधा जिसमें वर्ण्य विषय का आँखों देखा तथा कानों सुना ऐसा विवरण प्रस्तुत किया जाए की पाठक की हृदय-वीणा के तार झंकृत हो उठे, *रिपोर्ताज* कहलाती हैं।

7- द्वितीय विश्वयुद्ध में पत्रकारों ने युद्ध भूमि में जा कर, पत्र- पत्रिकाओं के लिए आलेख लिखें, उन्हें *रिपोर्ताज* कहा जाता है ।

8- 🙏👉रिपोर्ताज शब्द *फ्रांसीसी* भाषा का शब्द है।
🙏👉 रिपोर्ताज विधा का जन्म *द्वितीय विश्वयुद्ध* के समय हुआ।
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1- अंतहीन आकाश (2005 ), आत्म की धरती (1999 ईं)- *विश्वनाथ प्रसाद तिवारी* कृत यात्रावृत्तांत है।

2- एक लम्बी छाँह (2000 ईं में)- *रमेशचन्द्र शाह* कृत यात्रावृत्तांत है।

3- यातना शिविर में (1998 ईंस्वी में)- *हिमांशु जोशी* कृत यात्रावृत्तांत है।

4- भोर का सपना (1993 ईं में)- *रामदरश मिश्र* कृत यात्रावृत्तांत है।

5- धरती लाल गुलाबी चेहरे (1982 ईं)- *कन्हैयालाल नंदन* कृत तथा जापान में कुछ दिन (2003 ईं)- *कृष्णदत्त पालीवाल* कृत "यात्रावृत्त" हैं। 

6- गाँधी के देश से लेनिन के देश में (1973 ई)- *शंकर दयाल सिंह* कृत यात्रावृत्तांत है।

7- विलायत यात्रा (1897 ईं)- *प्रताप नारायण मिश्र* कृत यात्रावृत्तांत है।

8- मेंहदावल की यात्रा- *भारतेन्दु हरिश्चन्द्र* कृत यात्रावृत्त है।

9- बुद्ध, बारूद और पहाड़:- *मधुकाँकरिया* कृत तथा 
बुद्ध का कमंडल: लद्दाख (2013 ईं)- *कृष्णा सोबती* कृत *यात्रावृत्त* है।

10- खरामा-खरामा:- *पंकज बिष्ट* कृत यात्रावृत्तांत है।

11- कबाड़ख़ाना- *ज्ञानरंजन* कृत यात्रावृत्तांत है।

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                                             धन्यवाद जी 🙏🙏
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